Madhu varma

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लेखनी कविता - तितलियाँ - बालस्वरूप राही

तितलियाँ / बालस्वरूप राही


रंग-बिरंगी कई तितलियाँ,
लाल, हरी, चंपई तितलियाँ।
जब-जब फूल नए खिलते हैं।
आ जाती हैं नई तितलियाँ।

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